वायरस और बैक्टीरिया (विषाणु और जीवाणु)

 वायरस और बैक्टीरिया आखिर है क्या?

दोस्तों आज के इस ब्लॉग मे हमलोग जीव विज्ञान और GDA NURSING से संबंधित एक महत्वपूर्ण अध्याय वायरस और बैक्टीरिया के बारे मे चर्चा करेंगे। यह अध्याय नरसिंग के लिए काफी आवश्यक है। आइए हम सबसे पहले वायरस के बारे मे जान लेते हैं। 
  1. वायरस
  2. बैक्टीरिया
1. वायरस:- वर्तमान में वायरस का नाम सुनते ही हमारे मन मे कोरोना वायरस का नाम पहले आता है। कोरोना वायरस ने जितनी तबाही दुनिया मे मचाई है, उसके कारण इसका नाम पूरे विश्व मे फैल गया है।

                   वायरस को हिन्दी मे विषाणु कहा जाता है, जिसका अर्थ विष के अणु या कण (Poison Particles) होता है। यह डीएनए और आरएनए तथा प्रोटीन के बने होते हैं। वायरस हमेशा हानिकारक होते हैं और मनुष्य तथा अन्य जंतुओं एवं पेड़-पौधों में बहुत सी बीमारिया उत्पन्न करते हैं।

                   नीचे कुछ हानिकारक वायरस के उदाहरण दिए गए है।

उदाहरण:- Chicken Pox, Mumps Virus, Human Coronavirus, HIV इत्यादि।

                   वायरस के कारण एड्स, पॉलिओवायरस जैसे बीमारिया उत्पन्न होते हैं।

2. बैक्टीरिया:- बैक्टीरिया को हिन्दी मे जीवाणु के नाम से जाना जाता है, जीवाणु का मतलब जीवन के अणु होता है। जीवाणु ऐसे जीव है जो जीवन के उत्पत्ति के समय से ही मौजूद हैं। यह सामान्य रूप से हमारे लिए उपयोगी होते हैं।

                        उदाहरण के रूप मे लैक्टोबैसिलस बैक्टीरिया जो की दूध को दही के रूप मे बदलने का काम करते है। परंतु कुछ जीवाणु मनुष्य तथा अन्य जंतुओं एवं पेड़-पौधों में बहुत सी बीमारिया भी उत्पन्न करते हैं।

                   इन बैक्टीरियों का उपचार करने के लिए ऐन्टीबैक्टीरीअल तथाऐन्टीबायोटिक दवाओं का प्रयोग किया जाता है।

                        नीचे कुछ बैक्टीरिया के उदाहरण दिए गए है।

उदाहरण:- Fusobacteria, Proteobacteria, Lactobacillus Bacteria इत्यादि।

                        बैक्टीरिया के कारण टाइफाइड, ट्यूबरक्लोसिस जैसे खतरनाक बीमारियाँ उत्पन्न होते हैं। 

यदि आपके मन में कोई सवाल है तो आप कमेंट में पूछ सकतें हैं।

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